February 7, 2025

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Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड की इन तीन सीटों पर गहरा रहा सियासी रंग

Lok Sabha Election 2024: उत्तराखंड की इन तीन सीटों पर गहरा रहा सियासी रंग| उत्तराखंड की तीन लोकसभा सीट पर चुनाव रोचक होता जा रहा है. हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी ये तीनों सीटे ऐसी है जहां पर प्रत्याशी कड़ी टक्कर देते हुए नजर आ रहे है. ऐसे में चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है.

हरिद्वार सीट पर मुकाबला हुआ दिलचस्प

हरिद्वार सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र वीरेंद्र रावत को प्रत्याशी बनाया है। हरीश रावत हरिद्वार से सासंद रह चुके हैं और क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से हरीश रावत की पुत्री अनुपमा विधायक हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष वीरेंद्र रावत पिछले 15 साल से हरिद्वार की राजनीति में सक्रिय हैं और युवाओं में उनकी पकड़ मानी जाती है। भाजपा ने हरिद्वार सीट से इस बार प्रत्याशी बदलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनाव मैदान में उतारा है। डबल इंजन के रथ पर सवार त्रिवेंद्र सिंह रावत संगठन की मजबूती और बेहतर चुनाव प्रबंधन से क्षेत्र में चुनाव प्रचार के मामले में प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों से आगे दिख रहे हैं। खानपुर विधानसभा सीट से विधायक उमेश कुमार भी बतौर निर्दलीय प्रत्याशी हरिद्वार संसदीय सीट से चुनाव मैदान में हैं। वर्ष 2022 में उमेश कुमार खानपुर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े और भाजपा को हराकर जीत हासिल की। इसके बाद से भाजपा और कांग्रेस को लेकर उमेश लगातार मुखर हैं। उमेश का क्षेत्र विशेष में आधार हैं और इसके दम पर वह कुछ क्षेत्रों में भाजपा, कांग्रेस व बसपा के लिए परेशानी बन सकते हैं। वहीं इस सीट पर बसपा मुकाबले को और दिलचस्प बना रही है। बसपा ने सोशल इंजीनियरिंग करते हुए मुस्लिम प्रत्याशी जमील अहमद को उतारा है। बसपा की रणनीति यह है कि यदि कैडर वोट के साथ मुस्लिम मतदाता को लामबंद करने में सफलता मिलती है तो पार्टी इस सीट पर मुकाबले मे आ सकती है। जमील अहमद मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) की जानसठ विधानसभा से विधायक रहे हैं। बता दें कि इस सीट पर संत और पहाड़ी समाज के साथ ही ब्राह्मण-पुरोहित, अनुसूचित जातियों का गुलदस्ता है। और मुस्लिम फैक्टर भी खासा प्रभावी है।

 

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टिहरी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला

वहीं टिहरी सीट की बात की जाए तो कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला को चुनावी रण में उतारा है. तो बीजेपी ने सबसे उम्रदराज प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाहा को मैदान में उतारा है दिलचस्प बात ये है कि इसी सीट पर सबसे कम उम्र के प्रत्याशी बॉबी पंवार भी मैदान में है. जिनको युवाओं का भरपूर साथ मिल रहा है बता दें कि बॉबी पंवार उत्तराखंड में पेपर लीक आंदोलन की वजह से सुर्खियों में आए थे। वह  बेरोजगार संघ के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने ही यूकेएसएसएससी में धांधली का खुलासा किया था। इसके अलावा बॉबी पंवार ने अन्य विभागों में हुए धांधली का खुलासा भी किया। बॉबी पंवार पिछले कई सालों से बेरोजगार युवकों की आवाज उठाने का काम कर रहे हैं। वहीं, अब बॉबी पंवार चुनावी दंगल में उतर गए हैं। माना जा रहा है कि बॉबी पंवार टिहरी लोकसभा सीट से नेशनल पार्टीयों को टक्कर दे सकते है.

 

किसका वोट काटेगें आशुतोष नेगी

तीसरी सीट पौड़ी गढ़वाल की बात की जाए तो यहां पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच रैबासी को लेकर जुंबनी जंग जारी है. दोनो ही पार्टीयों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. ऐसे में यहां चुनाव जीतना बिल्कुल भी आसान नहीं होगा क्योकिं इस सीट पर मुद्दे भी गर्म है. यह सीट पीछले दो सालों से देशभर में चार्चा का विषय बनी है जिसकी वजह अंकिता भंडारी हत्याकांड है. ऐसे में यहां प्रत्याशीयों को जनता के गुस्से का सामना भी करना पड़ रहा है.इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है. तो बीजेपी ने अनिल बलूनी पर दांव खेला है. वहीं मुद्दो से गर्मायी इस सीट पर यूकेडी से पत्रकार अशुतोष नेगी भी मैदान में है जो शुरूआंत से ही अंकिता भंडारी ह्त्याकांड के मामले को उठाते आए है. अब ऐसे में अशुतोष नेगी के प्रति जनता का भरपूर प्यार देखने को मिल रहा है. ऐसे में यह एक बड़ा सवाल है कि आशुतोष नेगी किसका वोट काटेगें.

हरिद्वार पौड़ी और टिहरी इन तीनों सीटो पर बन रहे समीकरण चुनाव को दिलचस्प बना रहा है सभी प्रत्याशी साम दाम दंड भेद का प्रयोग कर जीत दर्ज करने की कोशिश में लगे है. ऐसे में इन सीटों पर जीत किसके हाथ लगती है यह देखना काफी दिलचस्प होगा.  फिलहाल इस खास रिर्पोट में इतना ही. इस रिर्पोट को लेकर आपकी क्या राय है कॉमेट कर के जरूर बताएं साथ ही चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूले.