Chaar Dhaam Yatra: दुश्वारियों से गुजरती चारधाम यात्रा की खुली पोल| चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है.. यात्रा शुरू होने के साथ ही तीर्थ यात्रियों का सैलाब उमड़ रहा है. बड़ी संख्या में यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन इस बीच यात्रा की दुश्वारियां लोगो को डराने लगी है. हर बार प्रशासन चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले तैयारियों के दावे करने लगता है. फिर चाहे ट्रैफिक व्यवस्था हो ,स्वास्थ्य व्यवस्था हो , या फिर मार्ग के सुचारू रूप से संचालन की यात्रीयों की व्यवस्थाओं को लेकर कई दावे किये जाते है लेकिन धरातल पर तस्वीरें डाराने वाली नजर आती है. यमुनोत्री मार्ग का एक वीडियो वाइरल हो रहा है जो यात्रीयों को परेशान तो कर ही रहा है साथ ही यात्रा की तैयारिय़ों की पोल भी खोल रहा है.ये तस्वीर है यमुनोत्री पैदल मार्ग की.जहां सैंकड़ों की संख्या में यात्री फंसे नजर आ रहे हैं. बीते दिन यानि 10 मई से ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हुई है और ये हाल महज दो दिन बाद का है जो सोचने पर मजबूर करता है कि आखिर प्रशासन की ये कैसी तैयारी.विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा जहां देश विदेश से यात्री दर्शन के लिए आते हैं लेकिन उनके लिए ये कैसी व्यवस्था.तस्वीरों में देखा जा सकता है जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भीड़ के चलते यात्री परेशान दिख रहे हैं. वहीं पर मौजूद एक यात्री ने इसका वीडियो शेयर कर यात्रा की बदहाल व्यवस्था दिखाने की कोशिश की है.
केदारपुरी में व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्रसाद की दुकानें, होटल और भोजनालय बंद
जबकि केदारनाथ यात्रा के पहले दिन जब केदारनाथ के कपाट खुले तो तीर्थ पुरोहितों ने अपना गुस्सा जाहिर करना जारी रखा और केदारपुरी में व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्रसाद की दुकानें, होटल और भोजनालय बंद रखे। इसके अलावा, उनकी मांगों के अनुसरण में केदारनाथ यात्रा के पहले दिन उनके द्वारा पुरोहिताई के कार्य का भी बहिष्कार किया गया था। बता दें कि तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय व्यापारियों ने कई दिन पहले ही 10 मई को हड़ताल की धमकी दी थी, लेकिन प्रशासन ने शायद समस्याओं के समाधान के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। जिसका नतीजा यह रहा कि यात्रा के पहले ही दिन यात्रीयों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
वीआईपी एंट्री पर रोक की मांग
उधर बदरीनाथ धाम तक पहुंचना तीर्थयात्रियों के लिए किसी परीक्षा से कम नहीं है। धाम से लेकर यात्रा पड़ावों तक जगह-जगह तीर्थयात्री जाम में फंसे रहे। रविवार को धाम पहुंच रहे और वहां से लौट रहे तीर्थयात्रियों को कई जगहों पर घंटों जाम से जूझना पड़ा। दरअसल, यहां हाईवे पर जगह-जगह ऑलवेदर रोड परियोजना का काम चल रहा है। हाईवे पर हिल कटिंग तो बंद है, लेकिन पुश्ता निर्माण और हाईवे सुधारीकरण कार्य जारी है। जिसके कारण परेशानी चमोली चाड़े से शुरू होती है जो बदरीनाथ धाम तक जारी रहती है। इसी के साथ वीआईपी एंट्री पर रोक की मांग भी की जा रही है.
यात्रा को लेकर सीएम गंभीर
इस तरहा चार धाम यात्रा शुरू होते ही यात्रीयों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन विभागीय मंत्री नदारत नजर आ रहे है. ऐसे में विभागीय मंत्री को लेकप कई सवाल भी उठने लगे है. वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा को लेकर खासे गंभीर नजर आ रहे हैं। चुनावी व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री लगातार यात्रा व्यवस्थाओं पर स्वयं नजर रखे हुए हैं। सभी इंतजामों को चाक चौबंद बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ने यात्रा से जुड़े सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी के निर्देश पर 3 अधिकारियों को चार धाम की जिम्मेदारी दी गयी है. सचिव डॉ.आर राजेश कुमार को रुद्रप्रयाग, एसएन पांडेय को चमोली और डॉ. रंजीत कुमार को उत्तरकाशी जिले में यात्रा व्यवस्थाओं की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है.
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