Kedarnath Yatra 2024: केदारनाथ यात्रा मार्ग पर इस बार घोड़ा-खच्चरों का हाल, 146 का हुआ चालान| केदारनाथ यात्रा सकुशल जारी है. इस दौरान भारी संख्या में यात्री केदारनाथ पहुंच रहे है. हालांकि, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर सुव्यवस्थित यात्रा कराना जिला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है.
घोड़ा-खच्चर संचालन का मैनेजमेंट सबसे कठिन चुनौती
केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर संचालन का मैनेजमेंट सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है. घोड़ा-खच्चरों के कारण यात्रा बाधित न हो, इसके लिए इस वर्ष रोटेशन के आधार पर अधिकतम पांच हजार घोड़े एक बार में यात्रा मार्ग पर संचालित कराए जा रहे हैं, जिसमें से एक हजार घोड़े माल ढोने के लिए रिजर्व रखे गए हैं.
बता दें कि पिछले साल केदारनाथ मार्ग पर कई घोड़े खच्चरों ने दम तोड़ा जिनके लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई थी लेकिन इस बार अधिकारियों ने अपना होमवर्क पूरा किया और पिछली गतियों से सबक लेकर इस बार घोड़ा खच्चरों के लिए उचित व्यवस्था की है.
मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने घोड़े-खच्चरों के मुख्य मार्ग पर विश्राम पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया हुआ है. अब तक यात्रा मार्ग पर 2,461 घोड़े का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ बीमार व चोटिल होने पर 685 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया जा चुका है. अनियमितता एवं नियमों के उल्लंघन पर 146 घोड़े-खच्चरों का चालान कर उन्हें ब्लॉक भी किया जा चुका है.
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के मुख्य मार्ग से 50 मीटर की दूरी पर ही घोड़े-खच्चर रोके जा सकते हैं. घोड़ा-खच्चर यूनियन भी इन नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ हॉकर मुख्य मार्ग एवं इसके नजदीक घोड़े-खच्चर खड़े कर रहे हैं, जिससे पैदल मार्ग में संकरे स्थान पर जाम जैसी स्थिति पैदा होने के साथ ही गंदगी होती है.
यात्रियों को ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए निरीक्षण के साथ ही लगातार चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है. इसके साथ ही यात्रियों के लिए बनाए गए शेड में घोड़े-खच्चर बंधे मिलने पर भी चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
2 हजार 461 घोड़ों का स्वास्थ्य चेकअप
केदारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से अभीतक यात्रा मार्ग पर कुल 2 हजार 461 घोड़ों का स्वास्थ्य चेकअप किया जा चुका है. बीमार व चोटिल होने पर 685 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया जा चुका है, जबकि 40 घोड़े-खच्चर अनफिट पाए गए हैं, जिन पर प्रतिबंध लगाया गया. इसके साथ ही गड़बड़ियां व नियमों के उल्लंघन पर अभी तक 146 घोड़े-खच्चर चालकों का चालान कर उन्हें ब्लॉक किया जा चुका है. केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालु जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं. बता दें कि पीछले साल केदारनाथ मार्ग पर घोड़े खच्चरों का हाल बेहाल कर दिया गया था, इस दौरान कई घोड़ा खच्चरों ने दम भी तोड़ दिया था.जिससे सबक लेकर इस बार शासन प्रशासन ने घोड़े खच्चरों के लिए उचित व्यवस्था की है साथ ही कड़े नियम भी लागू किय़े है.
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