February 8, 2025

LIVE SAMIKSHA

KHABAR KA ASAR

किताब कौतिक: उत्तराखंड से लेकर देश भर में बढ़ रहा ‘किताब कौतिक’ का प्रशंसा स्तर

किताब कौतिक: उत्तराखंड से लेकर देश भर में बढ़ रहा ‘किताब कौतिक’ का प्रशंसा स्तर| उत्तराखंड के छोटे कस्बों और शहरों में साहित्य और कला के प्रति रुझान में एक नया मोड़ आया है, जिसका परिचय “किताब कौतिक अभियान” के रूप में हो रहा है। “क्रिएटिव उत्तराखंड- कुमाऊँ की आर्काइव” टीम द्वारा चलाया जा रहा यह अभियान इस समय देशभर में चर्चित है। कुमाऊँ के लगभग सभी जिलों से लेकर चम्पावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, द्वाराहाट, भीमताल, नैनीताल, और ऊधमसिंहनगर तक, “किताब कौतिक” का सफल आयोजन किया गया है। और अब इस अभियान का हिस्सा बनते हुए हल्द्वानी में भी पहली बार “किताब कौतिक” होने जा रहा है।

तारीख और स्थान

इस अभियान का आगाज़ तीन दिनों के लिए हल्द्वानी में होने वाला है, जो 9 फरवरी से 11 फरवरी तक एच. एन. इंटर कॉलेज में “हल्द्वानी किताब कौतिक” के नाम से जाना जाएगा। इस कार्यक्रम में “किताब कौतिक” समिति के अध्यक्ष डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट व पूर्व उच्च शिक्षा निर्देशक ने भाग लेने वालों को समर्पित करने के लिए प्रेरित किया हैं।

किताब कौतिक आयोजन समिति

“किताब कौतिक” आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट और पूर्व उच्च शिक्षा निर्देशक ने बताया कि पिछले एक साल में टनकपुर, बैजनाथ, चंपावत, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, भीमताल और नानकमत्ता में “किताब कौतिक” के सफल आयोजन हुए हैं, जिनमें 50,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया है।

75,000 से अधिक पुस्तकें की जाएंगी प्रदर्शित

“किताब कौतिक” समिति के डॉ. सतीश पंत ने बताया है कि तीन दिनों के इस महोत्सव के दौरान, लगभग 70 से अधिक प्रकाशकों की लगभग 75,000 से अधिक पुस्तकें प्रदर्शित की जाएंगी। इन पुस्तकों में बाल साहित्य, विज्ञान, पर्यटन, राजनीति, संस्कृति, लोक संस्कृति, आध्यात्मिक साहित्य, पौराणिक साहित्य, आदि से संबंधित हर तरह की उपयोगी पुस्तकें मिलेंगी।

आयोजन समिति के सचिव नरेंद्र बंगारी ने बताया है कि कार्यक्रम को बहुआयामी बनाने के लिए साहित्यिक परिचर्चा, पुस्तक लोकार्पण, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, विज्ञान का कोना, दूरबीनों से तारा अवलोकन, नेचर वॉक, पक्षी अवलोकन, स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल व प्रसिद्ध लेखकों/कवियों/कथाकारों से सीधी बातचीत भी इस कौतिक के तीनों दिनों में होगी।

किताब कौतिक के इस आयोजन से जुड़ी “क्रिएटिव उत्तराखंड -म्यर पहाड़” के दयाल पान्डे ने बताया कि कौतिक के दौरान विभिन्न क्षेत्रों के कई चर्चित चेहरे भी आ रहे हैं। इसमें साहित्य, कला, समाज सेवा, और अन्य क्षेत्रों में अपने क्षमता और योगदान के लिए पहचाने जाने वाले व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा।

 

इसके अलावा, स्कूली बच्चों के लिए क्विज, ऐपण, चित्रकारी, और कविता वाचन प्रतियोगिताएं भी करवाई जाएंगी, जो आगामी समय के साहित्यिक पीढ़ी को साहित्यिक रूप से प्रेरित करने में मदद करेगी।

 

“किताब कौतिक” एक ऐसा महोत्सव है जो उत्तराखंड की बोगियों से लेकर देश भर में साहित्य और कला के प्रेमी लोगों को एक साथ लाने का उद्देश्य रखता है। इसके माध्यम से, यह राज्य अपने साहित्यिक धरोहर को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है और नए लेखकों, कलाकारों, और सांस्कृतिक कारीगरों को प्रोत्साहित कर रहा है।

“किताब कौतिक” अभियान जो उत्तराखंड के छोटे कस्बों और शहरों से शुरू हुआ और अब देशभर में चर्चित हो रहा है, यह एक साहित्यिक महोत्सव है जो कुमाऊँ के साहित्य, कला, और सांस्कृतिक विरासत को प्रमोट करने का मिशन रखता है। “क्रिएटिव उत्तराखंड- कुमाऊँ आर्काइव” टीम द्वारा आयोजित, यह अभियान ने पिछले कुछ महीनों में टनकपुर, बैजनाथ, चम्पावत, पिथौरागढ़, द्वाराहाट, भीमताल और नानकमत्ता में सफलतापूर्वक आयोजित होने वाले इवेंट्स के माध्यम से बड़ी सफलता प्राप्त की है।

यह भी पढ़े- Haldwani News Update: हल्द्वानी में फैली हिंसा की आग, 50 से अधिक पुलिस कर्मी घायल