February 7, 2025

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UTTARAKHAND NEWS: सहकारी समितियों के लिए उधमशीलता की ओर नए दिशा निर्देश

UTTARAKHAND NEWS\सहकारी समितियों के लिए उधमशीलता की ओर नए दिशा निर्देश: डीसीबी (डेवलपमेंट क्रेडिट बैंक) और सहकारी समितियां भारतीय ग्रामीण समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनके कार्यक्षेत्र ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ नगरीय क्षेत्रों को भी अब ग्राहकों की नींदों और सपनों की पूर्ति के लिए बदल चुके हैं।

अपर निबंधक को-ओपरेटिव श्री आनंद शुक्ल ने मंगलवार को टिहरी जिले में सहकारिता विभाग द्वारा ग्रामीणों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जिला मुख्यालय नई टिहरी में विंदुवार समीक्षा की!  योजनाओं में जन सुविधा केंद्र, जन औषधि केंद्र,पेट्रोल डीजल डीलरशिप, गैस एजेंसी, अन्न भंडारण योजना, मिलेट मिशन, माधो सिंह भंडारी संयुक्त खेती योजना,ओटीएस प्रगति, पोल्ट्री वैली, निरीक्षण, ऑडिट आदि पर प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।

 

अपर निबंधक श्री शुक्ल ने जिले में एम पैक्स के कार्यों पर और अधिक फोकस किए जाने की आवश्यकता बताई । उन्होंने सचिव एवं महाप्रबंधक एवं ज़िला सहायक निबंधक को आई टी विशेषज्ञों का सेल बनाकर पैक्स कंप्यूराइजेशन के कार्यों में गति लाने के निर्देश दिए। साथ ही समिति सचिवों को निर्देशित किया कि सभी समितियों डाटा मिलान करते हुए डे ऐंड करना सुनिश्चित करें। साथ ही अपर निबंधक ने पैक्स कम्प्यूटराइजेशन के महत्व को समझाया। उन्होंने  समितियों को निर्देशित किया कि वह अपनी लाभ  बढ़ाने के लिए उधमशील बनें। समिति क्षेत्र में  अन्य व्यापारिक गतिविधियों को प्रारंभ करें, जिससे समितियों की लाभ बढ़ सके।

 

अपना उद्देश्य – एक सशक्त समिति

आनंद शुक्ल ने समितियों को यह समझाया कि वे अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए सशक्त होने के लिए तैयार हों। समितियों को अपनी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अन्य व्यापारिक गतिविधियों में भाग ल

उधमशीलता की ओर – समितियों का कामकाज

शुक्ल जी के निर्देशों के साथ, समितियों को उधमशीलता की ओर बढ़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है। यह समितियों के सदस्यों के लिए नए आर्थिक अवसर खोलने का संदेश देता है और समितियों के उत्कृष्ट कार्य को प्रोत्साहित करता है।

शुक्ल जी के निर्देशों के तहत, समितियों को अपने क्षेत्र में अन्य व्यापारिक गतिविधियों को प्रारंभ करने का भी विचार करना चाहिए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।

श्री शुक्ल द्वारा ओटीएस अभियान में और अधिक प्रयास करने के लिए समिति सचिवों को निर्देशित किया,  ताकि अधिक से अधिक मृतक खातों को ओटीएस योजना में शामिल कर बंद किया जा सके।  जिससे एनपीए राशि कम हो सकें। इसके लिए सभी मृतक आश्रितों से संपर्क करने के लिए कहा गया।

 

अपर निबंधक श्री शुक्ल ने  जल जीवन मिशन, किसान उत्पादक संगठनों पर भी अपने विचार प्रकट किए व इनके महत्व से अवगत करवाया। सदस्यता अभियान में अधिक से अधिक लोगो को समितियों का सदस्य बनने के लिए सचिवों और एडीओ को टीम बनाकर जनसमर्क करने के लिए कहा। पोल्ट्री वैली तथा माधो सिंह भंडारी संयुक्त सहकारी खेती योजना की समीक्षा की गई तथा जिला सहायक निबंधक को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।

 

समीक्षा बैठक  टिहरी गढ़वाल जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष श्री सुभाष चंद रमोला की अध्यक्षता में हुई। पूरे प्रदेश में सर्वाधिक एनपीए टिहरी गढ़वाल ने वसूला है। तथा बैंक और समितियों द्वारा दीनदयाल किसान कल्याण योजना 0% ब्याज दर में किसानों को ऋण देकर उनकी आमदनी दोगुनी की है। मीटिंग में ऐसे दर्जनों लोगों के तथ्य पेश किए गए।

टिहरी झील पर्यटन की दृष्टि से हब बन रही है। बताया गया कि डीसीबी  टिहरी ने आधुनिक वोट के लिए ऋण दिया है। बैंक ने ऋण प्रक्रिया को आसान किया है ताकि लोग वोट के लिए अधिक रुचि दिखाएं। उन्होंने पांच साल ब्यौरा देते हुए कहा कि, समितियों को अपना कार्य व्यवसाय बढ़ाने चाहिए ताकि, समिति सबल बन सके, अपने खर्चे स्वयं वहन कर सकें व सचिवों का वेतन भी समय पर मिल सके। चेयरमैन श्री रमोला ने बताया कि,  बैंक का एनपीए कम हुआ है, डिपॉजिट व लोन बढ़ा है, बैंक ने अपने इतिहास का सबसे अधिक लाभ गत वर्ष प्राप्त किया। बैंक सरकारी योजनाओं में 100 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति कर रहा है। शीघ्र बैंक मोबाइल बैंकिंग नेट बैंकिंग की सुविधा अपने ग्राहकों को प्रदान करेगा। श्री रमोला ने सभी बैंक व समिति कर्मचारियों से पूरी ईमानदारी, निष्ठा से कार्य करने का आग्रह किया, जिससे सहकारिता आंदोलन जिले में नई ऊंचाई प्राप्त कर सकें। समीक्षा बैठक में ज़िला सहायक निबंधक श्री सुरेंद्र पाल , एआर मुख्यालय श्री राजेश चौहान, सचिव महाप्रबंधक श्री संजय रावत एवं समस्त उपमहाप्रबंधक, समस्त एडीसीओ,समस्त एडीओ,सुपरवाइजर, अमीन व समिति सचिवों ने प्रतिभाग किया।

 

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